अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर नजर आई विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति - डिस्कवरी टाइम्स I DISCOVERY TIMES

Breaking News

सुचना : हमारा साथ देने व् जुड़ने के लिए डिस्कवरी टाइम्स समूह आपका आभारी है, आप सभी का तह दिल से बहुत बहुत धन्यवाद I निष्पक्ष और विश्वनीय ख़बरें आपके लिए बहुत जरूरी है I 'डिस्कवरी टाइम्स' कुरुक्षेत्र हरियाणा से प्रकाशित मासिक हिंदी समाचारपत्र है I 'डिस्कवरी टाइम्स' को आवश्यकता है पत्रकारों की, जो पत्रकारिता में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं इच्छुक व्यक्ति संपर्क करें.मीडिया जगत से जुड़े साथी हमें अपनी खबरें भेज सकते हैं। हम उनकी खबरों को उचित स्थान देंगे। आप हमें editordiscoverytimes@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं।

हमारा साथ देने व् जुड़ने के लिए डिस्कवरी टाइम्स समूह आपका आभारी है, आप सभी का तह दिल से बहुत बहुत धन्यवाद ... निष्पक्ष और विश्वनीय ख़बरें आपके लिए बहुत जरूरी है ... आप डिस्कवरी टाइम्स से अपने रिश्ते मज़बूत करें, आपके अनुभवो को बेहतर बनाने के लिए हम लाये है प्रिंट एडिशन के साथ साथ ई-पेपर सब्सक्रिप्शन ... कुरुक्षेत्र टाइम्स को आवश्यकता है पत्रकारों की जो पत्रकारिता में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं इच्छुक व्यक्ति संपर्क करें. WhatsApp 9215330006

20 November 2022

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर नजर आई विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति

 

कुरुक्षेत्र 20 नवंबर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर ब्रह्मसरोवर के घाटों पर विभिन्न राज्यों की लोक संस्कृति के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे है। इन राज्यों के कलाकार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर 6 दिसंबर तक लोगों को अपने-अपने प्रदेशों की लोक कला के साथ जोड़ने का प्रयास करेंगे। इस महोत्सव पर आने के लिए देश का प्रत्येक कलाकार आतुर रहता है। इस वर्ष कोरोना महामारी के बाद फिर से ब्रह्मसरोवर के तट पर लोक संस्कृति को देखने का अवसर मिला है। 

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र (एनजेडसीसी) की तरफ से विभिन्न राज्यों के कलाकार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंच चुके है। यह कलाकार लगातार 6 दिसंबर 2022 तक अपनी लोक संस्कृति की छठा बिखेरने का काम करेंगे। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर रविवार को विभिन्न राज्यों की कला का संगम उमड़ा और विभिन्न राज्यों की कला के संगम के बीच कलाकार अपने-अपने राज्य की कला का बखूबी बखान किया। कलाकारों का कहना है कि कोरोना काल में बेशक वह अपने घरों में कैद हो गए थे मगर उन्होंने अपनी कला को फिर भी जिंदा रखा, कला के माध्यम से ही आज वह भी जिंदा है और अपनी कला को विदेशों तक पहुंचा रहे है। विदेशों की धरती पर भी उनकी कला ने उनका नाम रोशन किया है। गीता महोत्सव में पहुंचे कलाकारों का कहना था कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव एक ऐसा जरिया है जहां पर जहां पर वह पहुंचकर अपनी कला का बखूबी मंचन करते है।

विभिन्न राज्यों की अलग-अलग कलाकारों ने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने ऑनलाइन माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन करना जारी रखा। इससे उनको अपनी कला को निखारने का मौका भी मिला। अब वह फिर से गीता महोत्सव में पहुंचकर अपनी कला को आमजन को दिखाने का काम कर रहे है। एनजेडसीसी के अधिकारी भूपिंद्र सिंह, मोहिंद्र और रविंद्र शर्मा ने बताया कि महोत्सव में जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आसाम आदि राज्यों के कलाकार अपने-अपने प्रदेशों की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करने का काम कर रहे है।

No comments:

Post a Comment