आगे बढने के लिए सामाजिकता के एनवायरमेंट, सोशल, इकॉनोमिक को जोड़ना होगा :करण सिकरी - डिस्कवरी टाइम्स I DISCOVERY TIMES

Breaking News

सुचना : हमारा साथ देने व् जुड़ने के लिए डिस्कवरी टाइम्स समूह आपका आभारी है, आप सभी का तह दिल से बहुत बहुत धन्यवाद I निष्पक्ष और विश्वनीय ख़बरें आपके लिए बहुत जरूरी है I 'डिस्कवरी टाइम्स' कुरुक्षेत्र हरियाणा से प्रकाशित मासिक हिंदी समाचारपत्र है I 'डिस्कवरी टाइम्स' को आवश्यकता है पत्रकारों की, जो पत्रकारिता में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं इच्छुक व्यक्ति संपर्क करें.मीडिया जगत से जुड़े साथी हमें अपनी खबरें भेज सकते हैं। हम उनकी खबरों को उचित स्थान देंगे। आप हमें editordiscoverytimes@gmail.com पर खबरें भेज सकते हैं।

हमारा साथ देने व् जुड़ने के लिए डिस्कवरी टाइम्स समूह आपका आभारी है, आप सभी का तह दिल से बहुत बहुत धन्यवाद ... निष्पक्ष और विश्वनीय ख़बरें आपके लिए बहुत जरूरी है ... आप डिस्कवरी टाइम्स से अपने रिश्ते मज़बूत करें, आपके अनुभवो को बेहतर बनाने के लिए हम लाये है प्रिंट एडिशन के साथ साथ ई-पेपर सब्सक्रिप्शन ... कुरुक्षेत्र टाइम्स को आवश्यकता है पत्रकारों की जो पत्रकारिता में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं इच्छुक व्यक्ति संपर्क करें. WhatsApp 9215330006

30 March 2023

आगे बढने के लिए सामाजिकता के एनवायरमेंट, सोशल, इकॉनोमिक को जोड़ना होगा :करण सिकरी

 

कुरुक्षेत्र 30 मार्च: सामाजिकता के एनवायरमेंट, सोशल और इकॉनोमिक तीन आधार स्तंभ हैं। इन तीनों को जोडक़र आगे चलना होगा। इनको अपनाते हुए ही हमने एक कदम बढ़ाया और इसके आधार पर सेव सॉयल मिशन बनाया। यह बात सिकरी फाम्र्स के संस्थापक करण सिकरी ने कही।
करण सिकरी गत्त दिवस इकोलॉजी- इंटरप्रेटेशन, इंटरसेक्शन्स एंड इंटरस्टिसेज विषय पर डीएचई द्वारा आयोजित एक दिवसीय इंटरनेशनल ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ राना नयर ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।

 इसके दूसरे सत्र में सिकरी फार्म्स के संस्थापक करण सिकरी ने सम्मानित अतिथि के तौर पर भाग लिया। उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी घटना को देखते हुए हमें सोचना पड़ेगा और सबको साथ लेकर चलना पड़ेगा। साथ काम करने वाले, समाज, प्रकृति और प्रदूषण मुक्त आदि के साथ ही हम आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 2015 में तैयार सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 17 वैश्विक लक्ष्यों का एक संग्रह है, जिसे सभी के लिए एक बेहतर और अधिक टिकाऊ भविष्य प्राप्त करने का खाका बनने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे वर्ष 2030 तक हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने कहा कि हमारे आधार स्तंभ भी कुछ इसी तरह हैं। एसडीजी के गोल को हमने जीवन और काम में स्वीकार करके आगे बढ़ना शुरू कर दिया है, क्योंकि निरंतरता ही अब हमारी एकमात्र सोच है और यही सोच हर किसी को बनानी पड़ेगी। वेबीनार में सेशन को-ऑर्डिनेटर की भूमिका डॉ हेमा सुखीजा ने निभाई।

No comments:

Post a Comment